मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025
बिहार सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओं के रोजगार को बढ़ावा देने हेतु “मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना” का शुभारंभ किया गया है। इस योजना का मुख्य लक्ष्य प्रत्येक परिवार की एक महिला को अपनी पसंद का रोजगार शुरू करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य बिहार की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना, उन्हें रोजगार के अवसर देना और राज्य की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना है। इससे महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी होंगी और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने में योगदान देंगी।
योजना अंतर्गत आर्थिक सहायता
| सहायता का प्रकार | राशि (₹) | विवरण |
|---|---|---|
| प्रथम किस्त | ₹10,000 | रोजगार शुरू करने हेतु दी जाएगी |
| अतिरिक्त सहायता | ₹2,00,000 तक | व्यवसाय की प्रगति और आकलन के अनुसार |
मुख्य लाभ
- महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता मिलेगी।
- राज्य में महिला उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा।
- परिवार की आय और जीवनस्तर में सुधार होगा।
- ग्रामीण और शहरी अर्थव्यवस्था दोनों को मजबूती मिलेगी।
पात्रता (Eligibility)
- आवेदिका बिहार की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
- आवेदिका की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- आवेदिका या उसका पति आयकरदाता न हो।
- आवेदिका या उसका पति सरकारी सेवा में न हो।
- स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ा होना आवश्यक है।
- अविवाहित वयस्क महिला (जिनके माता-पिता नहीं हैं) को एकल परिवार माना जाएगा।
शहरी क्षेत्रों की महिलाओं हेतु आवेदन प्रक्रिया
जो महिलाएँ स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं, उन्हें आवेदन की आवश्यकता नहीं है। जो महिलाएँ अभी जुड़ी नहीं हैं, वे जीविका की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं।
आवेदन करते समय आवश्यक जानकारी:
- मोबाइल नंबर
- आधार संख्या
- बैंक खाता विवरण (नाम, खाता संख्या, IFSC कोड)
- व्यवसाय का प्रकार
अपलोड करने वाले दस्तावेज़:
- आधार कार्ड की स्कैन कॉपी
- बैंक पासबुक की कॉपी
- फोटोग्राफ
- हस्ताक्षर की स्कैन कॉपी
ऑनलाइन आवेदन के बाद जीविका की टीम क्षेत्र की महिला से संपर्क करेगी और उसे समूह में जोड़ेगी। इसके बाद ही योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण लेना भी आवश्यक होगा।
ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं हेतु आवेदन प्रक्रिया
ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएँ जो जीविका समूह से जुड़ी हैं, वे सीधे अपने ग्राम संगठन में आवेदन कर सकती हैं। ग्राम संगठन स्तर पर विशेष बैठक आयोजित होगी जिसमें सभी सदस्यों के आवेदन एक साथ लिए जाएंगे।
जो महिलाएँ समूह से नहीं जुड़ी हैं, उन्हें पहले समूह में शामिल होने के लिए आवेदन देना होगा। इसके बाद उन्हें योजना का लाभ मिलेगा।
महत्वपूर्ण बिंदु
- सभी आवेदनों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा।
- महिला का बिहार की निवासी होना अनिवार्य है।
- प्रशिक्षण लेना आवश्यक होगा।
- आवश्यकतानुसार अन्य दस्तावेज़ मांगे जा सकते हैं।
योजना का प्रभाव
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा। यह योजना न केवल रोजगार का माध्यम है, बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे राज्य में नए उद्यमों का विकास होगा और महिलाओं की सामाजिक स्थिति सुदृढ़ होगी।
निष्कर्ष
यह योजना बिहार की महिलाओं के लिए नई उम्मीद लेकर आई है। सरकार का यह कदम महिलाओं को आत्मनिर्भर और सम्मानित बनाएगा। यह निश्चय ही बिहार को “सशक्त महिला – सशक्त बिहार” की दिशा में आगे बढ़ाएगा।